tag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post6375868024272359266..comments2023-10-30T15:33:34.839+05:30Comments on पुरातत्ववेत्ता: एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी-दूसरा दिन-चारशरद कोकासhttp://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post-5868168848842334712020-04-25T17:56:09.226+05:302020-04-25T17:56:09.226+05:30NiceNiceManoj Dwivedihttps://www.blogger.com/profile/16794336281527651763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post-22096079572369080022009-06-02T23:47:22.368+05:302009-06-02T23:47:22.368+05:30सुब्रमनियन जी यह २५ साल पहले की बात है जब मूर्तिया...सुब्रमनियन जी यह २५ साल पहले की बात है जब मूर्तियाँ सिक्के सब यूहीं सतह पर पड़े मिल जाते थे .(सतह से इसलिए भी की बारिश से मिटटी धसकती है टीले की कुछ antiquities सतह पर आ जाती हैं हाँलाकि पुरातत्ववेत्ता के लिये यह भी परेशानी है मतलब चन्द्रगुप्त की अंगूठी शाहजहाँ की उंगली मे पहुंच सकती है ) ईमानदारी तो खैर थी ही आज तो लोग ज़मीन खोदकर सब कुछ निकाल लेते हैशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post-25281433276639629052009-06-02T23:05:00.625+05:302009-06-02T23:05:00.625+05:30वृतांत अब पूरे रौ में बह चला है। आनन्द आ रहा है।
...वृतांत अब पूरे रौ में बह चला है। आनन्द आ रहा है।<br /><br />चूँकि आप उम्दा दर्जे के 'गड्ढेबाज' हैं, इसलिए आप से गड्ढे पर एक अदद पोस्ट की दरकार है। यह एक प्रतियोगिता है और पुरातत्त्ववेत्ता का गड्ढा इसमें भाग न ले तो अच्छा नहीं लगता। अधिक जानकारी के लिए यहाँ जाएँ। http://girijeshrao.blogspot.comगिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post-12403221181911933992009-06-02T21:07:19.511+05:302009-06-02T21:07:19.511+05:30अद्भुत. आप लोगों को टीले के चारों तरफ सतह से ही आह...अद्भुत. आप लोगों को टीले के चारों तरफ सतह से ही आहात सिक्के मिल गए!P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1532469439068129249.post-14202518910669474002009-06-02T19:44:16.268+05:302009-06-02T19:44:16.268+05:30अच्छा लगा पढ़करअच्छा लगा पढ़करअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com